बिहार मे तकरीबन 60 साल बाद भूमि सर्वे हो रहा है , सर्वेक्षण के लिए एक वर्ष का सीमा तय किया गया है।
फिलहाल बिहार के ग्रामीण इलाकों मे सुर्वेक्षण शुरू हो चुका है, जमीन के हकदार को अपना कागजात जमा करना हैजिसके पास ज़मीन का कागज़ नही है वो ज़मीन सरकारी प्लॉट के रूप मे मान्य हो जाएगा।
कागजात की कोई समस्या न हो इसके लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा इस समस्या को दूर करने के लिए गांव-गांव शिविर लगाए जा रहे हैं।
स्व- घोषणा पत्र
प्रपत्र 2 और प्रपत्र 3 स्व- घोषणा पत्र है। प्रपत्र 2 मे जमीन की खाता, प्लॉट, रकबा,खेसरा का सही जानकारी लिखना है वहीं प्रपत्र 3 में वंशावली की जानकारी लिखना है।
वंशावली के लिए कर सकते हैं ऑनलाइन अप्लाई
बिहार सरकार द्वारा एक वेबसाइट https://dlrs.bihar.gov.in/ को चालू किया गया है जिसके माध्यम से घर बैठे वंशावली अप्लाई हो रहा है।